विजय कुुुमार शर्मा, बिहार, बगहां(प.चं.)। डुमरिया पिपरिया के बीच मुख्य सड़क में निर्माणधीन पुलिया के डायवर्सन पर एक गन्ना लदा ट्रक एन एच 727 के मुख्य मार्ग पलट जाने से तकरीबन 12 घँटे तक लोग जाम की समस्या से जूझते रहे । वही एन एच के किनारे लगभग 3 किलोमीटर तक सवारियों की कतार देखी गई। इसके दौरान पुलिस प्रशासन के तरफ से उक्त स्थल पर नहीं पहुंच सकी । बस सवारियों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था। वही घने कोहरे में लोग ठंड से परेशान हो कर इधर उधर घूमते रहे तथा भूखे प्यासे जाम हटने की इंतजार करते रहे । वही बस के सवारियों ने पूरी रात बस में बैठकर समय बिताने को मजबूर रहे। वही सड़क निर्माण कम्पनी के डायवर्सन को ठीक ढंग से मिट्टी पत्थर नहीं देने से उक्त स्थल पर आये दिन गाड़ियां पलट जाती है। जिसके चलते जाम की समस्या लगातार बनी रहती है। इस सड़क मार्ग में जगह जगह डायवर्सन की स्थिति कमोबेश यही हालत है। प्रशासन के तरफ सड़क निर्माण कम्पनी पर कोई ठोस नकेल नहीं कसा जा रहा है। जिसके चलते यह समस्या उत्पन्न होती रही है।
बतादें कि इस सड़क को पिछले साल मई महीने में एन एच के अधिकारियों के द्वारा दावा किया गया था कि सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा । परन्तु वर्तमान समय तक कार्य अधूरा रह गया है। वही 3 साल पूर्व में पटेल ग्रुप ने इस सड़क का टेण्डर प्राप्त किया था जो 2 सौ करोड़ की लागत से सड़क बनाना था। वही पटेल ग्रुप ने सीके आई एल कम्पनी को निर्माण कार्य करने के लिए दे दिया। आलम यह है कि इस कम्पनी के द्वारा धीमी गति से कार्य किया जा रहा है। जिसके चलते चम्पारण के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वही बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की वाल्मीकिनगर प्रस्तावित दौरे के दौरान पत्रकारों के एन एच लेश पर जबाब देते हुए डिप्टी सीएम ने प0 चम्पारण के डीएम डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे की तरफ मुखातिब होते हुए इस बाबत जानकारी मांगी। वही डीएम ने पिछले साल के मई महीने के अंत तक कार्य पूरा कर लेने का दावा किया गया था लेकिन नतीजा सिफर रहा है। प्रशसनिक अस्तर पर कोई किसी तरह से कोई हस्तक्षेप नहीं करने से निर्माण कार्य कर रहे कम्पनी की मनमानी सामने देखने को मिल रहा है। अब देखना है कि प्रशासन किस तरह से ऍम रुख अख्तियार करती है।