शहाबुद्दीन अहमद, बेतिया(प.चं.) बिहार। निजी विद्यालय के संस्थापक एवं संचालकों के द्वारा अनेक प्रकार के वसूली का मामला उजागर हुआ है, इस संबंध में संवाददाताओं को पता चला है कि प्राइवेट स्कूलों में री एडमिशन एवं अन्य तामझाम के नाम पर अभिभावकों के आर्थिक शोषण के खिलाफ एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र सौंपकर इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है, तथा प्राइवेट स्कूलों में सालाना फीस निर्धारित करते हुए उन्हें निर्देशित करने की मांग की गई है।
फाउंडेशन के सचिव आकाश किसान ने बताया कि जिले के प्रत्येक प्राइवेट शिक्षण संस्थान में पुन:नामांकन और री -एडमिशन एवं हर 6 महीने पर रख रखाव के नाम पर अभिभावकों से अवैध पैसों की वसूली की जा रही है, इसके अलावा वार्षिक उत्सव व अन्य आयोजन के नाम पर भी पैसे लिए जा रहे हैं ,महंगे किताब- कॉपी, ड्रेस, जूते इत्यादि पाठ सामग्री की स्कूल से ही खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अध्यक्ष अजय कुमार यादव ने भी इस संबंध में बताया कि जिले के सभी निजी स्कूल द्वारा ऐसा किया जाता है तो इसके खिलाफ फाउंडेशन की ओर से अभियान चलाकर कार्रवाई कराई जाएगी।
विदित हो कि जिले में जितने भी प्राइवेट स्कूल का संचालन किया जा रहा है वह सभी की स्थिति एक ही जैसी है, इन लोगों के द्वारा संगठन बनाकर अभिभावकों को परेशान करने की नियति बन गई है, निजी विद्यालयों के संचालकों, व्यवस्थापक के द्वारा इस तरह की आर्थिक शोषण की क्रिया विगत कई वर्षों से चल रही है ,मगर जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई इस पर नहीं की जा रही है, नतीजा जस का तस रहा और इन लोगों के द्वारा अभिभावकों को आर्थिक शोषण करना उनकी अपनी महत्ता बताई जा रही है। इसके विरोध में और इस पर नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा अभिलंब कार्रवाई करनी चाहिए, विद्यालयों की फीस एवं अन्य रखरखाव के लिए राशि निर्धारित कर देनी चाहिए ता के अभिभावक को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े तथा अभिभावक गण को आर्थिक शोषण का सामना नहीं करना पड़े।
बेतिया(प.चं.) :: निजी विद्यालय के संचालकों के द्वारा आर्थिक शोषण का बाजार गर्म, अभिभावक परेशान