आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमा पर लगे बांसी धाम कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित हुई। उक्त स्थान के लिए एक कहावत बहुत ही मशहूर है “सौ बार काशी कि एक बार बासी”। इस वर्ष पहली बार बांसी धाम पर कार्तिक पूर्णिमा के पूर्व संध्या पर गंगा आरती का कार्यक्रम किया गया।गौरतलब है कि कुशीनगर जनपद के पडरौना नगर से उत्तर पूर्व की दिशा में उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमा पर लगे बांसी धाम कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान के लिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित हुई। कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले इस स्नान पर्व के अवसर पर पड़ोसी देश नेपाल, बिहार पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित अन्य स्थानों से लोग स्नान के लिए आते हैं। इस मेले में दूर-दूर से दुकानदार आकर अपनी दुकान लगाकर मेला की शोभा बढ़ाते हैं इसके साथ ही साथ बिहार से झूला, मौत के कुआं, जादूगरी आदि मेले में शोभा बढ़ा रहे हैं और दर्शकों का मन बहला रहे हैं। इसी क्रम में बासी चौकी के साथ ही मेला नियंत्रण हेतु मेला में अलग से चौकी स्थापित की गई है। जहां महिला एवं पुरुष सुरक्षाकर्मियों को पर्याप्त मात्रा में तैनात किया गया है। साथ ही मेले में भारी भीड़ के नियंत्रण के लिए यातायात पुलिस के द्वारा चार पहिया वाहनों का मेले में प्रवेश वर्जित करते हुए व्यवस्था को सुचारू रूप से नियंत्रित करने की लगातार कोशिश की जा रही हैं।इस वर्ष पहली बार कार्तिक पूर्णिमा के पूर्व संध्या पर गंगा आरती का आयोजन किया गया और सायं काल सांसद कुशीनगर विजय कुमार दुबे एवम् जिलाधिकारी कुशीनगर डॉ0 अनिल कुमार सिंह की उपस्थिति में गंगा आरती हुआ। आरती के समय पूर्व ब्लाक प्रमुख अमित उर्फ गोल्डी जायसवाल, चंद्र प्रकाश यादव उर्फ चमन, राजेंद्र जायसवाल, किशोर यादव, अजय गोविंदराव शिशु, विवेक श्रीवास्तव सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कुशीनगर :: बांसी धाम पर कार्तिक पूर्णिमा के पूर्व संध्या पर किया गया गंगा आरती