शहाबुद्दीन अहमद, कुशीनगर केसरी, बेतिया प.चं. बिहार। स्थानीय एमजेके अस्पताल बेतिया में रोगियों और उनके परिजनों के लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है। मरीजों और उनके परिजनों को शौचालय के लिए बाहर सहारा लेना पड़ रहा है जिसको देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप मेेंं शौचालय के निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है जिसमें अस्पताल में आए हुए मरीजों को राहत महसूस हो रही है कि बहुत जल्द शौचालय के परेशानी से निजात मिल जाएगी मगर स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर सरकारी अस्पताल में पदस्थापित स्वास्थ्य मैनेजर मोहम्मद शाहनवाज के स्थानांतरण हो जाने से शौचालय निर्माण का कार्य बाधित हो गया है। जब तक नए स्वास्थ्य मैनेजर की पदस्थापना नहीं होती है तब तक शौचालय निर्माण कार्य बाधित ही रहेगा। जिससे अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों को शौचालय के लिए बाहर का हींं सहारा लेना पड़ रहा है।
बता दें कि एक माह पूर्व अस्पताल प्रशासन ने शौचालय बनाने का कार्य शुरू कर दिया था। शौचालय का निर्माण आपात कक्ष के समीप कराई जा रही थी। आयुष्मान भारत के योजना के तहत 5 शौचालय व एक स्नानघर का निर्माण कराया रहा मगर स्वास्थ्य प्रबंधक का बदली हो जाने से निर्माण कार्य पर ग्रहण लग गया है। जिसको लेकर मरीजों को राहत नहीं मिल पा रही है। इस बाबत पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक डॉ धीरेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था होने तक अस्पताल परिसर में 5 शौचालय का निर्माण किया जा रहा है जिसे अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को शौचालय के लिए राहत मिल सकती है मगर अचानक मैनेजर का स्थानांतरण हो जाने से पर वह कार्य किसी को नहीं दिया गया है जिसके चलते कार्य बाधित हो गया है। निकट भविष्य में शौचालय की कठिनाइयों को दूर कर लिया जाएगा जिससे रोगियों और उनके परिजनों को अस्पताल से बाहर शौचालय के लिए नहीं जाना पड़ेगा।